ओ गिरिवर उठाने वाले अब सुन ले पुकार मेरी ओ गिरिवर उठाने वाले मिलने सुदामा आये चावल जरा से लाये मन को बड़े सुहाए, और भोग प्रभु ल...
ओ गिरिवर उठाने वाले
अब सुन ले पुकार मेरी ओ गिरिवर उठाने वाले
मिलने सुदामा आये चावल जरा से लाये
मन को बड़े सुहाए, और भोग प्रभु लगाए
प्रभु विपदा मेरी मिटा दो, ओ विपदा मिटाने वाले .....
अब सुन ले पुकार मेरी ओ गिरिवर उठाने वाले
गजराज ने पुकारा और तुमने दिया सहारा
आकर शीघ्र ही तुमने ग्रह मार कर उबारा
बंधन मेरे छुड़ा दो ओ बंधन छुड़ाने वाले .......अब सुन ले पुकार मेरी ओ गिरिवर उठाने वाले
द्रोपद्सुता ने टेरी, तेरी विनती करी घनेरी
पल की करि ना देरी, चिरो की लगा दी ढेरी
लज्जा मेरी बचा लो ओ लज्जा बचाने वाले .......अब सुन ले पुकार मेरी ओ गिरिवर उठाने वाले
आजा तुझे पुकारे ओ नन्द के दुलारे
मेरे प्राणो से भी प्यारे मेरी आँखों के तारे
प्रभु विनती मेरी यही है,चरणों में मुझे लगा लो ...अब सुन ले पुकार मेरी ओ गिरिवर उठाने वाले
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