दिल की बाते आजकल सबकी दिल वालो से कम और मशीनों से ज्यादा होती है दिल की बाते आजकल सबकी दिल वालो से कम और मशीनों से ज्यादा होती है ...
दिल की बाते आजकल सबकी दिल वालो से कम और मशीनों से ज्यादा होती है
दिल की बाते आजकल सबकी दिल वालो से कम और मशीनों से ज्यादा होती है
नई पीढ़ी होगयी पत्थर दिल क्योंकि रिश्तो और इंसानो से मुलाकात नहीं होती है
ज्यादा समय अब है बीतता मोबाइल ,कंप्यूटर टैब और लैपटॉप में,
लड़के पहनकर सन्डोज और शॉट घूमते है न जाने किस किस हॉप में
साड़ी सूट सलवार कमीज भूलकर मजा आने लगा है जींस टॉप में,
एक कमरे के भीतर भी बँट गए रिश्ते फेसबुक,इंस्टाग्राम वाट्सअप में
दादा-दादी और बुजुर्गो से अब बाते नहीं होती है,
दिल की बाते आजकल सबकी दिल वालो से कम और मशीनों से ज्यादा होती है
अपने माँ-बाप भाई बहन है,जो प्रेम करेंगे, तोड़ो जाल झूठे नामो का
नहीं जाने कौन शिवम् है रहमान,मल्कित या जोशेफ मतलब नामो का
अब किन रिश्तो में ढूंढ रहे है प्यार यह नवयौवन हमारे परिवारों का
रिश्तो के नाम पर खिलवाड़ है जीवन में, ये झूठे मशीनी कामो का
खुनके रिश्तो से दिल को खुशिया होती है ...........
नई पीढ़ी होगयी पत्थर दिल क्योंकि रिश्तो और इंसानो से मुलाकात नहीं होती है
दिल की बाते आजकल सबकी दिल वालो से कम और मशीनों से ज्यादा होती है
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