जैसा की हम जानते हैं हमारे देश में आम चुनाव १९५१ से शुरू हुए , अब १७वी लोकसभा के परिणाम आने वाले हैं , जानते हैं क्या क्या देखा हमने ...
जैसा की हम जानते हैं हमारे देश में आम चुनाव १९५१ से शुरू हुए , अब १७वी लोकसभा के परिणाम आने वाले हैं , जानते हैं क्या क्या देखा हमने आज तक।
1- कुछ संसदीय क्षेत्र ऐसे भी रहे हैं जहाँ एक बार में दो सांसद हुआ करते थे , एक ST /SC से और एक सामन्य वर्ग से लगभग १९६२ के चुनाव में यह व्यवस्था ख़त्म हुयी।
2- ६५ वर्षों में अभी तक आधी सीटों पर कोई भी महिला सांसद को नहीं चुना गया , २०१४ १६वी लोकसभा में सर्वाधिक ६६ महिला सांसद चुनी गयीं और भाजपा सरकार में सर्वाधिक उच्च पदों पर महिलाओं को आगे किया गया।
3- पहली लोकसभा में सर्वाधिक वोटों से विजयश्री हासिल करने वाला नेता न तो कांग्रेस से था और न ही सोशलिस्ट पार्टी से. जी हां, उस समय बस्तर मध्य प्रदेश में हुआ करता था और वहां से मुचकी कोसा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में सबसे ज्यादा मार्जिन से चुनाव जीते और संसद पहुंचे. कोसा ने अपने प्रतिद्वंद्वी को 141331 वोटों से हराया.
4- अटल बिहारी वाजपयी जी एकमात्र ऐसे नेता रहे हैं जो अलग अलग 6 संसदीय सीट्स से सांसद चुने गए हैं।
जी हाँ ! लखनऊ , गांधीनगर , विदिशा , बलरामपुर , नई दिल्ली और ग्वालियर से अटल बिहारी वाजपयी जी ने चुनाव जीता है।
5- ईवीएम सर्वप्रथम इस्तेमाल १९८२ में हुआ था केरल के एक विधान सभा क्षेत्र के ५० पोलिंग बूथ पर ईवीएम से वोटिंग हुयी थी।
6- अटल बिहारी वाजपयी जी चार अलग राज्यों से संसद पहुँचने वाले इकलौते नेता हैं।
7- हिमाचल के किन्नौर जिले के 101 वर्षीय श्याम सरन नेगी अब तक के सभी इलेक्शन में वोट डाल चुके हैं।
Rahul Shukla.....
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