सरल उपाय हींग लगे न फिटकरी और रंग आये चोखा " ये कहावत तो सभी ने सुना ही होगा, आज इसका चरितार्थ करने के लिए आपके लिए कुछ ऐसे ...
हींग लगे न फिटकरी और रंग आये चोखा " ये कहावत तो सभी ने सुना ही होगा, आज इसका चरितार्थ करने के लिए आपके लिए कुछ ऐसे ज्योतिषीय उपाय बताने जा रहा हूँ, जिसमे किसी पंडित, किसी पूजा,किसी सामग्री की आवश्यकता नहीं है, और लाभ ऐसा जैसे की आपने सावधि योजना के लिए धन जमा किया और ता उम्र ब्याज मिलता रहे, ऐसे ही कुछ उपाय है जो आपके जीवन को सुखी.शांत और आनंदमयी बना देंगे.......
आज के समय में अपनी अपनी समस्याओ से हर कोई परेशान है, इसी परेशानी का लाभ कुछ गलत लोग उठाते है और अपनी कमाई करते है, बिना किसी परोपकार के या किसी दूसरे की भलाई के, बल्कि ग्रहो और अन्य बातो से डराकर अनेक उपाय करवाते है, रत्न, यंत्र इत्यादि के नाम पर पैसा ठगना ऐसे लोगो की प्रवृति होती है, ऐसे में परेशान मानव और अधिक परेशान हो जाता है, सही मार्गदर्शन के अभाव में भटकता फिरता है,
ऐसे में बिना किसी ज्योतिषी की सलाह की जरूरत के निचे लिखे कुछ उपाय यदि कर सके तो इनसे बहुत लाभ हो सकता है जीवन में, इसमें कुछ ग्रहो की बाते मैंने लिख दी है किन्तु उनका लाभ बिना उन्हें धारणा में लिए निस्संकोच कोई भी कभी भी कर सकता है, इनका लाभ ही लाभ है कोई बुरा प्रभाव है ही नहीं, केवल सही ज्योतिष विद्या का ज्ञान रखने वाले और सही मार्गदर्शन करने वाले ज्योतिष की ही सलाह ले, अन्यथा मन से, तन से, और सबसे ज्यादा धन से भटकाने वाले बाबाओ की कमी नहीं है कलियुग में.......
१. आप किसी मंदिर में चन्दन की गुटिका दान करे, एक बार दान की गयी गुटिका और चकली देने से जब वह चन्दन कोई भी चढ़ाएगा भगवान् को उसका अंश आपके पुण्यो में शामिल अवश्य होगा,
२. अगरबत्ती,धुप और घी का दान करने से जब भी पुजारी जी ज्योत लगाएंगे,धुप लगाएंगे उसका आंशिक पुण्य आपके पास भी आएगा,
( सुगंध से लक्ष्मी कृपा, घी,तेल से समृद्धि, शनि प्रसन्न, ज्योत से जीवन में प्रकाश )
( सुगंध से लक्ष्मी कृपा, घी,तेल से समृद्धि, शनि प्रसन्न, ज्योत से जीवन में प्रकाश )
३. धर्म ग्रंथो का दान, जैसे रामचरितमानस, सुंदरकांड, भगवतगीता या कोई भी धार्मिक पुस्तक मंदिर में दे या किसी ऐसे व्यक्ति को जो इनका पाठ करता हो, जिससे जब भी उसका पाठ हो उसका पुण्य आपको मिलेगा,
( विद्या की देवी सरस्वती कृपा,राहु केतु की शांति, हनुमत प्रसन्न )
( विद्या की देवी सरस्वती कृपा,राहु केतु की शांति, हनुमत प्रसन्न )
४. विद्यार्थियों को पुस्तके दान की जा सकती है, जो बच्चे पुस्तक खरीदने में असमर्थ है तो उन्हें आप पुस्तक दिलवा सकते है, जिससे उसके जीवन भर आपको दुआए मिलती रहेगी,
( ज्ञान की देवी की कृपा, गुरु की कृपा )
( ज्ञान की देवी की कृपा, गुरु की कृपा )
५. वृद्धा आश्रम में पलंग, चादर,तकिये, का दान, यह दान शैया दान से भी अधिक है क्योंकि वृद्धा आश्रम के वृद्ध लोग इस पर आराम करेंगे एक के बाद दूसरा लम्बे समय तक इसका उपयोग होगा तो आपको भी संतुष्टि और आशीर्वाद मिलेगा,
(पितृ कृपा, शैया दान के लाभ, शनि की कृपा, स्वस्थ के लिए शुभ )
(पितृ कृपा, शैया दान के लाभ, शनि की कृपा, स्वस्थ के लिए शुभ )
६. औषधि दान बहुत से लोग दवाइया खरीदने में असमर्थ होते है, तो उनके इलाज़ के लिए आप दवाइया खरीद कर दे सकते है, मासिक या वार्षिक रूप से,
( राहु की कृपा, आरोग्यता की प्राप्ति, शनि की प्रसन्नता )
( राहु की कृपा, आरोग्यता की प्राप्ति, शनि की प्रसन्नता )
७. वृक्ष दान यदि आप छायादार, फलदार वृक्ष लगते है, तो इसका पुण्य आपको जीते हुए तो मिलेगा और मरने के बाद भी मिलता रहेगा, कितनी पीढ़िया उस वृक्ष का उपयोग करेगी,
(बुध के लाभ, राहु-केतु की संतुष्टि, परोपकार, पितृ प्रसन्न, नारायण भगवान् की प्रसन्नता,)
(बुध के लाभ, राहु-केतु की संतुष्टि, परोपकार, पितृ प्रसन्न, नारायण भगवान् की प्रसन्नता,)
८. किसी अन्नशाला के लिए FD करवाना जिसके ब्याज से अन्न का दान होता रहे, जिससे लम्बे समय तक आपको अन्नदान का पुण्य मिलता रहेगा,
(अन्नदान महादान सभी ग्रहो की प्रसन्नता, भूखो को तृप्ति से शनि भी विशेष प्रसन्न, भगवान् भी प्रसन्न)
(अन्नदान महादान सभी ग्रहो की प्रसन्नता, भूखो को तृप्ति से शनि भी विशेष प्रसन्न, भगवान् भी प्रसन्न)
९, गौशाला में,जल स्तोत्र लगवाना, जिससे लम्बे समय तक गौ माता को जल सेवा चलती रहेगी,
(सभी ३३ कोटि देवी देवताओ की पूर्ण कृपा, गोबिंद भगवान का विशेष कृपा पात्र,)
(सभी ३३ कोटि देवी देवताओ की पूर्ण कृपा, गोबिंद भगवान का विशेष कृपा पात्र,)
१० छायादार शेड बनवाना किसी गौशाला में शेड बनवाना जिससे गौ माता को छाया दान होती रहे, किसी वृद्ध दरिद्र को छाता देना जूता या चप्पल देना भी इसी में शामिल है
(छायादान भी ग्रंथो में महादान कहा गया है, विशेष कर शनि महाराज की प्र्सनता के लिए )
(छायादान भी ग्रंथो में महादान कहा गया है, विशेष कर शनि महाराज की प्र्सनता के लिए )
११, श्मशान भूमि में कुआ ,पोखर या वृक्ष दान देना, जिससे अंतिम यात्रा में भी आप किसी को सहयोग कर सकते है,
(यम की प्रसन्नता के लिए, अंत समय में पुण्य प्राप्ति के लिए )
(यम की प्रसन्नता के लिए, अंत समय में पुण्य प्राप्ति के लिए )
१२, कम्बल का दान, किसी जरूरतमंद को सर्दियों में कम्बल देने से उसकी रक्षा होगी और वह दुआए देता रहेगा,
(विशेष कर शनि महाराज की प्र्सनता के लिए)
(विशेष कर शनि महाराज की प्र्सनता के लिए)
१३, किसी बाल शिशु आश्रम में खिलोने, पलना, या कोई झूला इत्यादि लगवा देना, जिससे अनाथ बच्चो को कुछ ख़ुशी दे पाए, जिसे हमे भी ख़ुशी होगी,
(बाल-कृष्ण की विशेष अनुकम्पा की प्राप्ति, संतानहीन दम्पतियो को संतान सुख के लिए )
(बाल-कृष्ण की विशेष अनुकम्पा की प्राप्ति, संतानहीन दम्पतियो को संतान सुख के लिए )
१४, समय दान यदि किसी वृद्धा आश्रम,बाल आश्रम में हम उन लोगो की ख़ुशी के लिए कुछ समय दे सके, उनसे बाते करे, खेले, उनका मन हल्का कर सके तो यह भी उचित दान है,
( मानसिक शांति के लिए, चन्द्रमा मन का करक है उसकी शांति, परोपकार धर्म ही सबसे बड़ा धर्म है,)
( मानसिक शांति के लिए, चन्द्रमा मन का करक है उसकी शांति, परोपकार धर्म ही सबसे बड़ा धर्म है,)
मैंने कुछ तरीके अपनी और से आपको बताये ऐसे ही बहुत से छोटे छोटे उपाय है जिसमे किसी ज्योतिषी की सलाह की जरूरत नहीं है, जिसमे किसी ग्रह-नक्षत्र से डरने की आवश्यकता नहीं है, ना ही ज्यादा धन खर्च करने की जरूरत है जिसके पास समय का अभाव है वह भी महीने में एक बार या वर्ष भर में एक बार ऐसा कोई दान कर आये जिसका लाभ वर्ष पर्यन्त मिलता रहेगा, आपके पास भी कुछ ऐसे उपाय अवश्य होंगे, आप भी शेयर कीजिये और आनंद लीजिये.....जय श्री राधे
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